Sri Gur Pratap Suraj Granth

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स्री गुर प्रताप सूरज ग्रंथ (राशि १) ३१५

धंन धंन श्री गुर अमर,
सिमरहु करैण अशोक ॥३२॥
इति श्री गुर प्रताप सूरज ग्रिंथे प्रथम रासे सावं मल श्री गुर संग
मिलन प्रसंग बरनन नाम दोइ त्रिंसती अंसू ॥३२॥

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